Saturday, September 15, 2018

प्राणायाम क्या है:

 
 

प्राणायाम क्या है:

योग के आठ अंगों में से चौथा अंग है प्राणायाम। प्राणायाम करते या श्वास लेते समय हम तीन क्रियाएँ करते हैं 1.पूरक 2.कुम्भक 3.रेचक। इसे ही हठयोगी अभ्यांतर वृत्ति, स्तम्भ वृत्ति और बाह्य वृत्ति कहते हैं। अर्थात श्वास को लेना, रोकना और छोड़ना। अंतर रोकने को आंतरिक कुम्भक और बाहर रोकने को बाह्म कुम्भक कहते हैं।
योग के आठ अंगों में से चौथा अंग है प्राणायाम। प्राण+आयाम से प्राणायाम शब्द बनता है। प्राण का अर्थ जीवात्मा माना जाता है, लेकिन इसका संबंध शरीरांतर्गत वायु से है जिसका मुख्य स्थान हृदय में है। व्यक्ति जब जन्म लेता है तो गहरी श्वास लेता है और जब मरता है तो पूर्णत: श्वास छोड़ देता है। तब सिद्ध हुआ कि वायु ही प्राण है। आयाम के दो अर्थ है- प्रथम नियंत्रण या रोकना, द्वितीय विस्तार।
हम जब सांस लेते हैं तो भीतर जा रही हवा या वायु पांच भागों में विभक्त हो जाती है या कहें कि वह शरीर के भीतर पांच जगह स्थिर हो जाती है। पांच भागों में गई वायु पांच तरह से फायदा पहुंचाती है, लेकिन बहुत से लोग जो श्वास लेते हैं वह सभी अंगों को नहीं मिल पाने के कारण बीमार रहते हैं। प्राणायाम इसलिए किया जाता है ताकि सभी अंगों को भरपूर वायु मिल सके, जो कि बहुत जरूरी है।

प्राणायाम के प्रकार:-
1.पूरक,
2.कुम्भक और
3.रेचक।
(1)पूरक:-
अर्थात नियंत्रित गति से श्वास अंदर लेने की क्रिया को पूरक कहते हैं। श्वास धीरे-धीरे या तेजी से दोनों ही तरीके से जब भीतर खिंचते हैं तो उसमें लय और अनुपात का होना आवश्यक है।
(2)कुम्भक:-
अंदर की हुई श्वास को क्षमतानुसार रोककर रखने की क्रिया को कुम्भक कहते हैं। श्वास को अंदर रोकने की क्रिया को आंतरिक कुंभक और श्वास को बाहर छोड़कर पुन: नहीं लेकर कुछ देर रुकने की क्रिया को बाहरी कुंभक कहते हैं। इसमें भी लय और अनुपात का होना आवश्यक है।
(3)रेचक:-
अंदर ली हुई श्वास को नियंत्रित गति से छोड़ने की क्रिया को रेचक कहते हैं। श्वास धीरे-धीरे या तेजी से दोनों ही तरीके से जब छोड़ते हैं तो उसमें लय और अनुपात का होना आवश्यक है।
प्राणायाम के पंचक:-
1.व्यान,
2.समान,
3.अपान,
4.उदान और
5.प्राण।

इसे ही हठयोगी अभ्यांतर वृत्ति, स्तम्भ वृत्ति और बाह्य वृत्ति कहते हैं। अर्थात श्वास को लेना, रोकना और छोड़ना। अंतर रोकने को आंतरिक कुम्भक और बाहर रोकने को बाह्म कुम्भक कहते हैं।
प्रमुख प्राणायाम:-
1.नाड़ीशोधन,
2.भ्रस्त्रिका,
3.उज्जाई,
4.भ्रामरी,
5.कपालभाती,
6.केवली,
7.कुंभक,
8.दीर्घ,
9.शीतकारी,
10.शीतली,
11.मूर्छा,
12.सूर्यभेदन,
13.चंद्रभेदन,
14.प्रणव,
15.अग्निसार,
16.उद्गीथ,
17.नासाग्र,
18.प्लावनी,
19.शितायु आदि।
अन्य प्राणायाम:-
1.अनुलोम-विलोम प्राणायाम,
2.अग्नि प्रदीप्त प्राणायाम,
3.अग्नि प्रसारण प्राणायाम,
4.एकांड स्तम्भ प्राणायाम,
5.सीत्कारी प्राणायाम,
6.सर्वद्वारबद्व प्राणायाम,
7.सर्वांग स्तम्भ प्राणायाम,
8.सम्त व्याहृति प्राणायाम,
9.चतुर्मुखी प्राणायाम,
10.प्रच्छर्दन प्राणायाम,
11.चन्द्रभेदन प्राणायाम,
12.यन्त्रगमन प्राणायाम,
13.वामरेचन प्राणायाम,
14.दक्षिण रेचन प्राणायाम,
15.शक्ति प्रयोग प्राणायाम,
16.त्रिबन्धरेचक प्राणायाम,
17.कपाल भाति प्राणायाम,
18.हृदय स्तम्भ प्राणायाम,
19.मध्य रेचन प्राणायाम,
20.त्रिबन्ध कुम्भक प्राणायाम,
21.ऊर्ध्वमुख भस्त्रिका प्राणायाम,
22.मुखपूरक कुम्भक प्राणायाम,
23.वायुवीय कुम्भक प्राणायाम,
24.वक्षस्थल रेचन प्राणायाम,
25.दीर्घ श्वास-प्रश्वास प्राणायाम,
26.प्राह्याभ्न्वर कुम्भक प्राणायाम,
27.षन्मुखी रेचन प्राणायाम,
28.कण्ठ वातउदा पूरक प्राणायाम,
29.सुख प्रसारण पूरक कुम्भक प्राणायाम,
30.नाड़ी शोधन प्राणायाम व नाड़ी अवरोध प्राणायाम आदि।
 

Thursday, August 23, 2018

एरोबिक्स डांस से बनाये बॉडी टोन

 एरोबिक्स डांस से बनाये बॉडी टोन:

आजकल कि भाग दौड़ भरी ज़िंदगी में हम जैसे कही खो से गए है! समय कि व्यस्था और काम के दबाव ने व्यक्ति को इतना दबा दिया है कि वह खुद के बारे में सोचने का समय नहीं निकाल पाता है !तन और मन स्वस्थ रहें तो जीवन की आधी मुश्किलें तो खुद ही सुलझ जाती हैं, और तन और मन दोनों बेहतर बनते हैं, नियमित व्यायाम, सही दिनचर्या और पौष्टिक आहार के सेवन से। स्वस्थ शरीर के साथ यदि टोन्ड और फिट बॉडी भी मिल जाए तो बात ही क्या! लेकिन इसके लिये जरूरी नहीं कि घंटों जिम में भारी वजन उठाकर पसीना ही बहाया जाए, कुछ मजेदार डांस एरोबिक्‍स करके भी आप अपनी बॉडी को टोन और मन को आनंदित कर सकते हैं। तो चलिये आज बॉडी टोन करने वाली ऐसी ही कुछ मज़ेदार डांस एरोबिक्‍स के बारे में बात की जाए।इस प्रकार की एरोबिक्स में कई तरह के डांस फॉर्म के स्टेप्स को इस्तेमाल किया जाता है, जैसे कि हिप-होप, साल्सा, जैज और बोलीवुड की नृत्य शैलियां भी! ये क्लास एक ही समय पर एक्सरसाइज के साथ साथ मनोरंजन भी करती हैं। डांस एरोबिक्‍स में या तो कुछ ख़ास डांस फॉर्म का एक मिश्रण होता है, या फिर ये किसी भी एक प्रकार के डांस फॉर्म से प्रेरित रहते हैं, जैसे कि हिप होप एरोबिक्स, बोलीवुड एरोबिक्स आदि।
डांस एरोबिक्‍स करे बॉडी को टोन
बॉडी को टोन करके शेप में लाने के लिए डांस एरोबिक्‍स बेहद कारगर वर्कआउट है। इसकी खासियत यह है कि इसमें आप अपनी पसंदीदा गाने की धुन पर थिरकते हैं और बोर नहीं होते। साथ ही इसमें शरीर की सभी मांसपेशियों और अंग क्रियाशील होते हैं। साथ ही इसे करने से मेटाबॉलिज्‍म का स्‍तर बढ़ जाता है और इसका फायदा काफी देर तक होता है। फिटनेस साइंस में हाई इंटेंसिटी इंटरवल ट्रेनिंग ऐसी खोज है जिसने फिटनेस के पैमाने को बदल दिया।
एचआईआईटी के अनुसार अगर हम छोटे-छोटे टुकड़ों में उच्‍च तीव्रता वाले एक्सरसाइज करेंगे तो अधिक फायदा मिलता है। इसमें जब हम थोड़े वक्‍त के लिए आराम करते हैं तो इससे मेटाबॉलिज्‍म बूस्‍ट होता है। मेटाबॉलिक रेट अधिक होने का फायदा लंबे समय तक मिलता है। इसमें हम हायर जंप कराते हैं, स्‍टेप को तेजी से कराते हैं, जिसका फायदा होता है। इसमें एक फास्‍ट गाने के बाद एक धीमा गाना होता है, जिससे शरीर को आराम भी मिलता है।
इन धुनों पर जॉगिंग, रनिंग, साइकिलिंग और स्विमिंग जैसी गति में थिरकन की जाती है। कुछ मशहूर भारतीय अभिनेत्रियां जैसे रेखा ने भी एरोबिक्स पर एक ऑडियो कैसेट 'माइंड एंड बॉडी' तैयार किया है।  इसमें योग और व्यायाम को लेकर एरोबिक्स के लिए धुन तैयार की है। अनीता राज, शिल्पा शेट्टी आदि ने भी ऐसे वीडियो कैसेट तैयार किए हैं।

Tuesday, August 21, 2018

मसल्स बनाने के आसान उपाय

 मसल्स बनाने के आसान उपाय:

पुरुषों में तेजी से मसल्स बनाने की चाहत होती है इसके लिए वह कई प्रकार के उपाय अपनाते है और चाहते है कि हम मसल्स जल्द से जल्द बना पाये लेकिन अफ़सोस कि बात यह है कि बना नहीं पाते है इसका सबसे बड़ा कारण है जानकारी का आभाव उचित जानकारी न होने पर हम अपने लक्ष्य को नहीं पा सकते है इसीलिए हमे पूर्ण ज्ञान की आवयश्कता होती है मसल्स बनाने के लिए केवल जिम में जाकर पसीना बहाना ही काफी नहीं है!इसके लिए आपको सही खान-पान और जीवन शैली जीनी चाहिए  आपको पता होना चाहिए कि हमारा खान-पान कैसा होना चाहिए! जो पुरुष तेजी से मसल्स बनाना चाहते है उनके लिए कुछ आसान से उपाय है जिससे वह मसल्स जल्द ही बना सकते है और ज्यादा समय निवेश कि भी आवयश्कता नहीं है ! 

क्रंच एक्सरसाइज:

फर्श पर लेटकर सांस अंदर खींचते हुए शरीर का ऊपरी हिस्सा (कंधे) आंशिक रूप से उठाएं ताकि आप महसूस कर सकें कि यह उठाव उदर की मांसपेशियों के द्वारा ही किया गया है। इस व्यायाम के लिए हाथों को सीने पर रखा जा सकता है। इस व्यायाम को 10-12 बार प्रत्येक 6 सेकंड के कंधे उठी अवस्था तथा प्रत्येक 6 सेकंड के विश्राम अवस्था के साथ सप्ताह में 5 दिन किया जाना चाहिए। हाथों को सिर के पीछे रखने पर कमर पर अधिक भार पड़ता है तथा प्रारंभिक अवस्था में शीघ्र थकान व कमर दर्द हो सकता है।

उठक बैठक:

दरी पर लेटकर पैरों को घुटनों से मोड़कर, पंजे फर्श पर रखें। हाथों को सिर के पीछे या सीने पर रख और कंधों से शरीर का ऊपरी हिस्सा कमर के साथ उठाकर घुटनों तक लाने का प्रयास करें। इस प्रकार उदर की मांसपेशियां अपनी पूरी शक्ति से कार्य करेंगी और उनमें शक्ति का संचार होगा। प्रत्येक सिट-अप को सांस अंदर लेते हुए प्रारंभ कर सांस छोड़ते हुए विश्राम की पूर्व अवस्था तक जाना चाहिए। प्रेक्टिस होने पर सिट-अप्स के लिए सीने पर मेडिसिन बॉल या अन्य वजन रखा जा सकता है।
लेग लिफ्ट
फर्श पर लेटे रहकर, पैर सीधे व हाथ, शरीर के दोनों ओर रखें। पांवों को एक साथ सीधा उठाकर घुटनों से मोड़े बिना 90 डिग्री कोण तक कमर के सीधे ऊपर तक लाएं, 6 से 10 सेकंड तक रोक कर रखें , विश्राम की पूर्व अवस्था में वापस लौटें। लगातार इस व्यायाम को करने से पैरों की मांसपेशियों के साथ पेट के निचले हिस्से को आवश्यक शक्ति प्रदान करता है।
मसल्स बनाने के लिए खाने में प्रोटीन के स्रोतों को जरूर शामिल करें। दूध, अंडे, केले, नॉन वेज, पनीर आदि का सेवन कर सकते हैं। सुबह नाश्ते में चाय या दूध ले सकते हैं, चीज़ लगाई हुई दो ब्रेड पीस, चार अंडे के आमलेट के साथ एक गिलास दूध।दोपहर के भोजन के पहले एक गिलास फलों का रस, एक कप गिरिदार सूखे मेवे खा सकते हैं। दोपहर के भोजन में चपातियां, गाढ़ी दाल, सब्जियां, चावल, एक कप दही व सलाद खाएं। शाम के नाश्ते में एक वेजीटेबल सैंडविच या चटनी सांभर के साथ दो इडली। रात्रि भोज में 4 चपातियाँ या 3 पराठे, 2 कटोरी दाल या पनीर की सब्जी या 100 ग्राम मीट या मछली, एक कटोरी सब्जी। सोते समय एक गिलास दूध लें।

Thursday, August 16, 2018

पूर्व प्रधानमंत्री अटल जी को शत शत प्रणाम

 पूर्व  प्रधानमंत्री अटल जी को  शत शत प्रणाम:

  पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी नहीं रहे!लंबी बीमारी से जूझते हुए 11 जून को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में भर्ती होने के बाद उन्होंने गुरुवार की शाम दुनिया को अलविदा कह दिया 93 साल पूरे कर एम्स में अन्तिम सांस लेने वाले अटल बिहारी वाजपेयी पिछले लगभग 12-13 वर्षो से राजनीति से ओझल थे! प्रधानमंत्री के रूप में अटल बिहारी वाजपेयी जी कि विदेश और सुरक्षा नीतियां उनके अपने व्यक्तित्व को परिलक्षित  करती है- साहस, संतुलन और सभी के लिए सदभावना इन गुणों के कारण ही उन्होंने अपने पूरे राजनीतिक जीवन में सभी का सम्मान अर्जित किया और जनता पार्टी कि सरकार में विदेश मंत्री के रूप में और फिर प्रधानमंत्री के तौर पर उन्होंने जिस तरह विदेश नीतियों को आकार दिया वह एक मिसाल ही है! देश हित में बड़े फैसले लेने का साहस दिखाने का  ही उदाहरण  था मई 1998 में पोखरण में परमाणु परीक्षण 
वह जानते थे कि इसका क्या असर होगा फिर भी वह आगे बढ़े!वाजपेयी जी ने जिस तरह एक कामयाब विदेश नीति का नेतृत्व किया उसने पूरी दुनिया के समीकरण को ही बदल डाला! वह दुनिया दुनिया को यह भरोसा दिलाने में सफल रहे कि भारत एक ज़िम्मेदार देश है! पोखरण परीक्षण के दो साल बाद ही अमेरिका राष्ट्रपति बिल किलंटन ने भारत कि यात्रा कि और यही से भारत-अमेरिका संबंधो के एक नए युग का आगाज हो गया! 
अटल बिहारी वाजपेयी जी हमारे देश के ने केवल प्रधानमंत्री थे बल्कि वह एक योद्धा भी थे जिन्होंने अपनी सूझ-बुझ से भारत देश को एक नया मुकाम दिया और भारत को विकासशील देश बनाया नए नए परीक्षण किये और उसमे सफलता भी हासिल कि और इसके चलते वाजपेयी जी को भारत रतन से भी नवाजा गया !

Wednesday, August 1, 2018

व्यायाम द्वारा घर बैठे वज़न घटाये

व्यायाम द्वारा घर बैठे वज़न घटाये:

आप काफी समय से वजन  कम करने में प्रयासस्त है लेकिन फिर भी आप वजन कम नहीं कर पा रहे है! क्योकि आप नहीं जानते है कि वजन कि कम करने का सही तरीका क्या है वजन कम करना सभी चाहते है क्योकि वजन बढ़ने से हमे काफी सारी बीमारियों से जूजना पड़ता है हम फिट नहीं रह पाते है हम अपने मनपसन्द कपडे नहीं पहन पाते है हमारा आत्मविशवास कही खो सा जाता है हम लोगो से मिलने से बचने लगते है ऐसे में हमे मानसिक तनाव से भी गुजरना पड़ता है! ऐसे में आप वजन घटाने वाली दवाईया आदि का सेवन करने कि भी सोचते है परन्तु ये आपकी सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है! हालांकि ये तो सभी जानते है कि वज़न घटाने के लिए संतुलित  खान-पान भी बहुत जरुरी है! आप जयादा फास्ट-फ़ूड आदि का सेवन न करे घर का बना खाना खाये और साथ ही वज़न घटाने वाले व्यायाम भी जरूर करे लकिन मुश्किल वहाँ आती है! जब आपको ये नहीं पता होता है कि आखिर वह कौन से व्यायाम है जिनको आप अपने दिनचर्या में शामिल कर अपना वज़न कम कर सकते है! आपको कम से कम 30 मिनट रोज व्यायाम करना चाहिए इससे आप आसानी से अपना वजन कम कर सकेंगे  और दिन भर आप चुस्त-दुरुस्त भी महसूस करेंगे!कोई भी व्यायाम करने से पूर्व उसके दिशा-निर्देशों पर भी ध्यान देना जरुरी है जैसे आप  व्यायाम खुले आसमां के नीचे करे और व्यायाम सुबह में करें !व्यायाम करने से पहले आप खाली पेट हो साथ ही आपके पास भरपूर समय हो यदि आप तनावग्रस्त है या आपके पास समय का अभाव है तो उस स्थिति में आपको लाभ पहुचने कि जगह हानि भी हो सकती है! यदि आप खुले में व्यायाम नहीं करना चाहते तो आप इनडोर वर्कआउट जैसे वॉटर एरोबिक्स, स्वीमिंग और योगा आदि भी कर सकते है! यह आपकी वज़न घटाने में काफी मदद करेंगे! आपकी बॉडी को फिट बनायेगे ! आप आउटडोर वर्कआउट करना चाहते है तो आप वॉलीबाल, बैडमिंटन ओर वॉक आदि भी कर सकते है यह खेल के साथ-साथ वज़न घटाने का भी अच्छा माध्यम है ! व्यायाम के माध्यम से वजन कम करने के लिए बॉडी को स्ट्रेचिंग करना भी बहुत लाभकारी रहेगा! हल्के-फुल्के वज़न को भी उठा कर आप व्यायाम कर सकते है यह बॉडी को फिट बनाने में आपकी मदद करेगा!व्यायाम के दौरान प्रतिदिन जोर-जोर से सांस अंदर बाहर खिचना चाहिए इससे पेट पर बल पड़ते है ओर अतिरिक्त चर्बी  कम होने लगती है यह आप कभी भी और कही भी कर सकते है इसे करने के लिए कोई समय -सीमा बाध्य नहीं है ! वजन कम करने का सबसे आसान तरीका है डांस इसके माध्यम से आप वजन कम कर सकते है जब आप डांस करते है तो आपकी पूरी बॉडी मूव करती है और वज़न कम करने में सहायता करती है!
वज़न कम करने के लिए आप अपने दिनचर्या में टहलना भी शामिल करे सुबह-शाम खाना-खाने के बाद टहलने भी जरूर जाये! प्रणायाम करना वज़न कम करने में बहुत ही लाभकारी है सुबह प्रतिदिन आप प्रणायाम करते है तो आप कुछ ही समय में अपने शरीर कि अतिरिक्त चर्बी कम होते हुए देखेगे! व्यायाम करने के दौरान हमे कुछ बातों का भी ध्यान रखना चाहिए ! जैसे अपनी क्षमता से अधिक आप व्यायाम न करे! एक दम से ज्यादा व्यायाम न करे धीरे -धीरे व्यायाम का समय बढ़ाये! यदि आप लम्बे समय तक फिट रहना चाहते है तो आपको खान -पान में सन्तुलन रखने के साथ-साथ व्यायम को भी अपने दिनचर्या में शामिल करना होगा!

 

 

 



Wednesday, July 18, 2018

सूर्यनमस्कार से बनाये बॉडी फिट


तन और मन को शक्ति प्रदान करने के लिए सूर्य नमस्कार एक बहुत ही उपयोगी आसन है! इसका वर्णन हमारे शास्त्रो में भी मिलता है !यह एक प्रभावशाली आसन है !अगर आप इस आसन को नियमित रूप से करेंगे तो न केवल शरीर के जोड़ो की समस्या दूर होगी बल्कि मांसपेशिया भी ढीली होगी जिससे हमारे शरीर को बहुत आराम मिलता है !हम स्वस्थ और ताजगी का अहसास करते है ! सूर्यनमस्कार करते समय 12 आसन किये जाते है! जिससे आपके शरीर के आंतरिक अंगो की भी मालिश हो जाती है! दिन में आपको किसी भी वक़्त थकान महसूस हो तो सूर्य नमस्कार के अभ्यास के साथ आप अपनी थकान को दूर कर सकते है, ओर अपनी खोई हूए शारारिक ओर मानसिक शक्ति को प्राप्त कर सकते है! अगर आप सूर्य नमस्कार का अभ्यास कर रहे है !तो मंत्रो का अभ्यास जरूर करे इससे आपको विशेष लाभ मिलता है, और मन में शान्ति भी बनी रहती है, और आप एक बहुत ही अच्छा अनुभव करेंगे! सूर्य नमस्कार करते समय हम 12 आसन करते है!
पहला जो आसन होता है! वह है प्रार्थना कि मुद्रा पूरे शरीर को शिथिल करते हुए प्रार्थना की मुद्रा में दोनों हाथ जोड़कर खड़े होना !
दूसरा आसन है! हस्तातनासन :कंधो  की चौड़ाई के बराबर दोनों हाथो और सिर के धड़ को पीछे की ओर झुकाये!
तीसरा आसन है! पादहस्तासन :जिसमे हम सामने कि ओर झुकते हुए उंगलियों और हाथो को जमीन पर टिकाए तथा सिर को घुटने से स्पर्श करने की कोशिश करे !
अश्रसेचलनासना : इसमें बाये पैर को पीछे कि ओर फैलाये तथा दाये पैर को मोड़िये ओर हाथ सीधे रखिये! ध्यान रखिए शरीर का भार दोनों हाथो बाये पैर के पंजे बाये घुटने व दाये पैर कि उंगलियों पर रहेगा! अंतिम स्थिति मे कमर को धनुषाकार दीजिए ओर सिर को पीछे उठाइये !
पर्वतासन :दाये पैर को सीधा करके अपने नितंबो को ऊपर की ओर उठाइये! अपने सर को नीचे रखिए तथा हाथो को जमीन पैर स्पर्श कराए !
अष्टांग प्रणाम :शरीर को इस प्रकार जमीन कि तरफ झुकाए कि अंतिम स्थिति में दोनों पैरो कि उंगलियों ,दोनों घुटने ,सीना ओर ठुडी जमीन को स्पर्श करे !
भुजंगासन :फिर हाथो को सीधा रखते हुए शरीर को कमर से ऊपर उठाइये ओर सिर को पीछे की ओर झुकाइए!
पर्वतासन :भुजंगासन अंतिम अवस्था है इसके बाद अष्टम स्थिति मे अपने शरीर को पर्वतासन मे लाइए !
अश्रृ संचालनासन : पर्वतासन के बाद अपने शरीर को अश्रृ संचालनासन की स्थित मे लाइए!
पाद हस्तासन:अश्रृ संचालनासन के बाद अपने शरीर को वापिस तृतीय स्थिति पाद हस्तासन मे लाइए!
 हस्तातनासन:पादहस्तासन के बाद अपने शरीर को वापिस दितीय स्थिति हस्तोतानासन में  लाइए !
 प्रार्थना कि मुद्रा:हस्तोतानास के बाद अपने शरीर को प्रथम स्थिति यानि  प्रार्थना की  मुद्रा में वापिस  लाइए!

 आप सूर्य नमस्कार के निरंतर अभ्यास से स्वस्थ ओर सुन्दर काया को प्राप्त कर सकते है! सूर्य नमस्कार करने से पसीना निकलता है जिससे दूषित तत्व शरीर से बहार निकलते है, ओर मोटापा भी दूर होता है ! यह हमारे शरीर के लिए बहुत ही लाभदायक है ! हमे इसे नियमित रूप से करना चाहिए!



Saturday, July 7, 2018

बेहतर कल के निर्वाण का अभियान

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी बेहतर कल के निर्वाण का सपना देख रहे है! जिसके लिए उन्होंने बहुत सी योजनाए भी चलाई है! जिसमे से एक स्वच्छ भारत अभियान भी है! स्वच्छ भारत अभियान का मकसद शहरो, गांवो और प्रत्येक आवास के आस पास स्वछता सुनिश्चित करना है! अगर हमारे आस पास साफ सफाई रहती है तो वहाँ बीमारी पैदा करने वाले तमाम विषाणु नहीं पनपते! स्वछता बीमारी से बचने का काम करती है! हम अपने आस पास स्वछता रखेगे तभी तो वातावरण भी शुद्ध रहेगा! हम तमाम बीमारी से बचे रहेंगे! स्वच्छ भारत अभियान के जरिये मोदी सरकार राज्यो ओर व्यक्तिगत प्रयासो के माध्यम से स्वछता को आदत में शमिल करने का प्रयास कर रही है ताकि लोग आस-पास सफाई रखे! इसलिए मोदी जी ने भी इस अभियान में बढ-चढ कर हिस्सा लिया ताकि लोग जागरूक हो ओर अपने आस-पास सफाई रखे!
  

कैलिफ़ोर्निया विश्विद्यालय बर्कले मे ग्लोबल एनवायरमेंट हेल्थ के पूर्व प्रोफेसर किर्क स्मिथ द्वारा किये गए अध्ययन के अनुसार किसी रसोई में उपले ,लकडी और कोयले जैसे ईंधन पर खाना बनाने से एक दिन में चारसौ सिगरेट के बराबर धुआं निकलता है! स्मिथ ने इंडोर कुकिंग के प्रभावों पर भी व्यापक अध्ययन किया है! 2014 कि रिपोर्ट के अनुसार भारत के एक तिहाई हिस्से में खाना बनाने के लिए उपलों का इस्तेमाल होता है! इससे आंतरिक स्तर पर प्रदूषण स्तर बहुत बढ़ जाता है! उपले और लकड़ी जैसे ईंधन पर खाना पकाने से स्वास्थय और पर्यावरण के लिए बहुत गंभीर परिणाम बताये गए है! ऐसे में कोई हैरानी नहीं कि तमाम भारतीय टीवी ओर फेफड़ो के कैंसर जैसी बीमारियों से जूझ रहे है! समाज के आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग को मुफ्त में गैस कनेक्शन उपलब्ध कराकर सरकार प्रदूषण फैलाने वाले ईंधन पर लगाम लगा रही है! इससे पर्यावरण ओर स्वास्थ्य दोनों ही उत्तम रहेंगे, और एक बेहतर कल का निर्वाण हो सकेगा!

प्राणायाम क्या है:

    प्राणायाम क्या है: योग के आठ अंगों में से चौथा अंग है प्राणायाम। प्राणायाम करते या श्वास लेते समय हम तीन क्रियाएँ करते हैं 1....